Palanhar Scheme: राजस्थान सरकार द्वारा वर्तमान में आर्थिक रूप से कमजोर अनाथ एवं निराश्रित बच्चों के लिए एक जनकल्याणकारी योजना का शुभारंभ किया गया है इस योजना के माध्यम से बच्चों को अनाथालय भेजने से बचाकर उन्हें समाज में रहकर अपना सुरक्षित सम्मानजनक एवं शिक्षित जीवन यापन करने के लिए सहयोग प्रदान किया जा रहा है इसके तहत पात्र बच्चों को अब हर महीने ₹1500 से लेकर ₹2500 की आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की जा रही है।
इस योजना के माध्यम से ऐसे बच्चों को सहयोग दिया जा रहा है जिनके माता-पिता नहीं है या किसी कारणवश वह अपने परिवार से वंचित हैं एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवार के बच्चों को भी समाज एवं परिवार के वातावरण में रहते हुए शिक्षा स्वास्थ्य एवं पोषण जैसी सुविधाएं प्राप्त करने के लिए को चलाया जा रहा है यानी बच्चों को अनाथालय भेजने की बचाकर रिश्तेदारों एवं परिचित के साथ रहकर अपना जीवन यापन करने का अवसर दिया जा रहा है।
योजना का उद्देश्य
पालनहार योजना के माध्यम से ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता दोनों की मृत्यु हो चुकी है या ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता को न्यायालय द्वारा मृत्युदंड या आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है एवं विधवा तलाकशुदा या परित्यकता महिलाओं के बच्चे या ऐसे बच्चे जिनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है उन बच्चों को इस योजना के तहत लाभ दिया जा रहा है।
इसका लाभ प्राप्त करने के लिए बच्चों के परिवार की वार्षिक आय 120000 रुपए से कम होनी चाहिए एवं बच्चों का 0 से 6 वर्ष के मध्य आंगनवाड़ी केंद्र पर पंजीकरण होना अनिवार्य है और 6 से अधिक वर्ष के आयु को बच्चों को इसको लिया व्यावसायिक संस्थानों में पंजीकरण करवाना होगा।
हर महीने मिलेंगे ₹2500
पालनहार योजना के माध्यम से जीरो से 6 वर्ष तक के अनाथ बच्चों को ₹1500 एवं 6 से 18 वर्ष के बच्चों को ₹2500 हर महीने दिए जा रहे हैं जबकि अन्य श्रेणी के बच्चों को जीरो से 6 वर्ष तक 750 रुपए एवं 6 से 18 वर्ष तक ₹1500 हर महीने दिए जा रहे हैं इसके अलावा सभी पात्र बच्चों को ₹2000 की राशि हर वर्ष दी जाती है जिससे वह शिक्षा स्वास्थ्य या अन्य आवश्यक सामग्री खरीद सकें।